मंदना गांव में धूमधाम से मनाई गई होलिका दहन
मंदना गांव में धूमधाम से मनाई गई होलिका दहन
मन्द्ना गांव में होली है यहां होली हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है ।
यहां एक बजरंगबली की मंदिर है जहां पर समस्त मन्द्ना गांव वासियों एकजुट होकर होली खेलते हैं वंदना गांव की एक परंपरा है कि लखीसराय जिला सझायिन गाँव के लोगों को मन्द्ना गांव वासियों की ओर से नेवता दिया जाता है कि वह हमारे गांव में आकर होलिका दहन एवं होली खेलने के साथ-साथ गान बजान भी करने की आमंत्रित करते हैं।
यह नेवता सझायिन गांव वाले मानते हैं और बड़े धूमधाम और सैकड़ों से अधिक संख्या में गाड़ी मोटर के साथ होलिका दहन के दिन शाम को आते हैं मन्द्ना गांव में होली खेलने के लिए बड़े दूर दूर से मन्द्ना गांव में रिश्तेदार भी आते हैं।
यहां की कुछ और भी बातें हैं मन्द्ना गांव में जब तक हनुमान मंदिर में हनुमान देवी-देवताओं पर जब तक रंग नहीं लगाया जाता है तब तक ले मन्द्ना गांव में किसी व्यक्ति का रंग लगाने या देने का अधिकार नहीं दिया जाता है।
जिसमें से आए हुए लोग एवं मन्द्ना गांव वासियों होली नहीं खेलते हैं।
यहां की एक बात और खास है कि 2 दिन तक किसी प्रकार का धूम्रपान करना सख्त मना है।
जिसमें से इस नियम का पालन समस्त मन्द्ना ग्रामवासियों एवं आए हुए समस्त परिवार जनों करते हैं।
मन्द्ना गांव की होली अनोखी होली में से एक मानी जाती है जहां की होली देखने के लिए अगल बगल के कई गांव से लोग भाग लेते हैं।
यहां की होली करीब शाम 4:00 बजे के बाद ही मनाई जाती है यहां होलिका दहन पूर्वी दिशा धारी टोला में किया जाता है ।
यहां के लोग गेहूं के बाल को आग में जला कर उसका बड़े प्यार से खाते हैं इस दिन का इंतजार 1 सालों से करते रहते हैं।
कोई कितनी भी दूर कमाने चले जाते पर इस दिन होली में 2 से 3 दिन पहले ही अपने परिवार वालों के साथ आ जाते हैं ।
होली के इस पावन पर्व में अपने माता पिता भाई बहनों के साथ बड़े धूमधाम से मनाते हैं।
Comments
Post a Comment